नई दिल्ली.अरुण जेटली के मानहानि केस में आम आदमी पार्टी के नेता कुमार विश्वास ने दिल्ली हाईकोर्ट को बताया कि उन्होंने पार्टी नेताओं से मिली जानकारी के आधार पर बयान दिए थे। इसके साथ ही मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की बातों को दोहराया था। अगर इनसे जेटली की छवि धूमिल हुई है तो इसके लिए खेद है। केजरीवाल समेत आप के 4 नेता पहले ही जेटली से माफी मांग चुके हैं। बता दें कि आप नेताओं ने वित्त मंत्री जेटली पर डीडीसीए में कथित तौर पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए थे। इसके बाद जेटली ने आप नेताओं के खिलाफ 10-10 करोड़ के दो मानहानि केस दायर किए थे।
मामले को बढ़ाने में कोई रुचि नहीं: कुमार
- न्यूज एजेंसी के मुताबिक, हाईकोर्ट में कुमार विश्वास ने गुरुवार को बताया कि अरुण जेटली के खिलाफ दिए उनके बयान आप नेताओं की ओर से मिली सूचनाओं पर आधारित थे। इस मामले को व्यक्तिगत तौर पर आगे बढ़ाने में मेरी कोई दिलचस्पी नहीं है। अगर बयानों से जेटली की छवि धूमिल हुई है तो इसके लिए खेद है। पर मैंने सिर्फ वही बातें दोहराईं थीं, जो केजरीवाल पहले ही कह चुके थे।
पार्टी की लीगल सेल पहले कार्यकर्ताआें का केस लड़े
- कुमार विश्वास ने 2 अप्रैल को आप नेताओं के जेटली से माफी मांगने पर कहा था, "पंजाब में मजीठिया के खिलाफ लाखाें पंफलेट बांटे गए और अचानक आप (अरविंद केजरीवाल) ने माफी मांग ली। अरुण जेटली आप को माफ कर देंगे, लेकिन उन कार्यकर्ताओं का क्या होगा जिनके खिलाफ केस दर्ज हो गए हैं। मेरी गुजारिश है कि पार्टी की लीगल सेल पहले 11000 कार्यकर्ता का केस लड़े और उनके खिलाफ दर्ज मामलों को खत्म कराए।"
डीडीसीए मानहानि मामला क्या है?
- 2015 में अरविंद केजरीवाल समेत आप के कई नेताओं ने वित्त मंत्री जेटली के खिलाफ भ्रष्टाचार में शामिल होने के आरोप लगाए थे। उनका आरोप था कि जेटली ने 13 साल तक दिल्ली की क्रिकेट बॉडी (डीडीसीए) प्रेसिडेंट रहते घोटाला किया था।
- कई दिन तक आप नेताओं ने जेटली के खिलाफ सोशल मीडिया में कैंपेन चलाया। इस दौरान वित्त मंत्री ने कई दिनों तक आरोपों को खारिज किया। बाद में केजरीवाल, संजय सिंह, आशुतोष, कुमार विश्वास और राघव चड्ढा पर सिविल और आपराधिक मानहानि के अलग-अलग दो केस फाइल किए और 10-10 करोड़ के मुआवजे की मांग की थी।
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